गुदा रोग: बवासीर- क्या आप वाकई में बवासीर से पीड़ित हैं ?
मैं डॉ पुनीत अग्रवाल हूं। आगरा में पिछले 30 साल से अधिक से एक प्रॉक्टोलॉजिस्ट अथवा गुदा रोग विशेषज्ञ की तरह अपनी सेवाएं दे रहा हूं। मेरे पास आने वाले मरीज मुझसे सबसे पहले इन तीन में से एक सवाल अवश्य करते है -
1 डॉक्टर साहब मुझे बवासीर हो गई है, मैं अब क्या करूं ? या
2 डॉक्टर साहब मुझे बताएं कि क्या वास्तव में मुझे बवासीर है? या
3 डॉक्टर साहब हमारे घर में या पड़ोस में या हमारे जान पहचान वालों को गुदा से खून आया था जो बाद में कैंसर निकला था। क्या मुझे भी कैंसर की बीमारी हो गई है ?
गुदा रोगों की पहचान एक प्रॉक्टोलॉजिस्ट ही निश्चितता एवं संपूर्णता से कर सकता है।
गुदा मार्ग पर सिर्फ बवासीर नहीं अनेकों बीमारियां होती है- खूनी/ बादी बवासीर, पाइल्स, एनल फिशर अथवा घाव, क्रैक, भगंदर अथवा नासूर, फिस्टुला, फोड़ा, कांच निकलना, प्रोलैप्स, पोलिप, खाज, खुजली अन्य खाल के रोग, ऐनल टैग्स, इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम तथा कैंसर।
एक गुदा रोग विशेषज्ञ इन विभिन्न रोगों को सही से पहचान सकता है।
इन रोगों की पहचान इसलिए भी आवश्यक है कि प्रत्येक रोग का उपचार अलग-अलग है। बिना मरीज़ का परीक्षण करें बिना भी इस बीमारी को पहचानना संभव नहीं है।
सबसे खतरनाक इसमें कैंसर है। यदि बिना परीक्षण के बवासीर समझकर आप का इलाज चलता रहे तो कैंसर शरीर में फैलता चला जाता है तथा लाइलाज हो जाता है।
गुदारोंगों के मरीजों को चिकित्सक तक पहुंचने में मुख्य रोड़ा है मरीज की झिझक। इस बारे में वो किसी भी संबंधी, साथी से बात करने में शर्म महसूस करता है।
यदि आपको गुदा मार्ग पर कोई परेशानी हो तो आज ही झिझक छोड़कर एक प्रॉक्टोलॉजिस्ट से तुरंत मिले।
इसके आगे के लेखों में मैं आपको गुदा रोगों के संबंध में कुछ और अहम जानकारी साझा करूंगा।
यदि आप मुझसे कुछ पूछना चाहे तो 983714 4287 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं या मुझे ईमेल भी आप कर सकते हैं puneet265@gmail.com
सादर नमस्कार
डॉ पुनीत अग्रवाल ms
प्रॉक्टोलॉजिस्ट एवं सर्जन
मेरे कुछ अन्य लेख यहाँ देखें -
बवासीर होने के प्रमुख कारण तथा उनसे बचाव, Piles causes and methods to prevent them
बवासीर में क्या न खाएं और क्या ना करें। बवासीर में क्या परहेज करने चाहिए। What not to eat in Piles
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